मंगलवार, 18 मई 2021

Recipe for nergisi kofta

नरगिसी कोफ्ता रेसिपी 
नरगिसी कोफ्ता एक शाकाहारी पनीर से बनाई हुई मुगलई व्यंजन है। आप यह व्यंजन आप लंच में या डिनर में पुलाव ,चपाती या बिरयानी के साथ परोस सकते हैं। और नर्सिगिसी कोफ्ते को आप पार्टी  परोस सकते हैं।  
व्यंजन :-मुगलई 
तैयारी करने का समय :-३० मिनट                                        बनाने का समय :-४५ मिनट  
कुल समय:-७५ मिनट                                                           सर्व :४ लोगों के लिए 
इसे नरगिसी कोफ्ता क्यों कहते है?
इसका नाम फूल की सफ़ेद और पीली पंखुड़ी के नाम पर रखा गया।  जो मुग़ल सम्राटों के साथ पारसी के साथ भारत आया था।   
नरगिसी कोफ्ता कैसे बनता है?
सामग्री :-
-२५० ग्राम पनीर 
-१/२ टीस्पून  कम नमक 
२ टीस्पून आररोड 
१/४ टीस्पून हल्दी 
१ पीस  ब्रेड  का १ मिनट के लिए पानी में भिगो दें 
१ स्पून काजू दरदरे कटे हुए 
ग्रेवी के लिए सामग्री :
१ १/२ टेबल स्पून रिफाइंड आयल 
२ प्याज 
१ टुकड़ा अदरक 
३-४ कली लहसुन 
प्याज अदरक, लहसुन का पेस्ट बनाले 
२ टमाटर का पेस्ट 
१/२ टीस्पून नमक 
१ टीस्पून से थोड़ी कम लालमिर्च 
१ टीस्पून गरम मसाला 
१ टीस्पून से थोड़ा कम धनिया पाउडर 
१/४ टीस्पून हल्दी 
१/२ कप मलाई 
नरगिसी कोफ्ता बनाने का  तरीका :-
१-पनीर को हाथ से मैश करके इसमें नामकौर पानी से निचोड़ के ब्रेड को मिक्स करके एक पेस्ट बना लें। 
२- पनीर के इस मिक्सर को तीन भागो में बाँट लें इनमें से २ भागो में अरारोड मिलाकर अलग रख दें और पनीर के टीटीसरे बचे भ्हाग में काजू,हल्दी मिला लें। 
३-पीले भ्हाग को लेकर कैप्सूल जैसे शेप बना लें पनीर के वाइट वाले भाग को हथेली पर लेकर इसमें पीली वाले भाग को रखकर बराबर एक सा कवर केर लें। 
४-फिर धीमी आंच पर  तल लें। 
नरगिसी कोफ्ता 


ग्रेवी:-
१-१ १/२ टेबल स्पून तेल कड़ाई में दाल दें। 
२-गरम होने के बाद इसमें गरम मसाला ,प्याज,अदरक और लेसन का पेस्ट जो बनाया था वो डाल  दें। 
पिंक होने तक भुने और उसके बाद सूखे मसाले और टमाटर का पेस्ट डालें।  
३-मसाला तेल छोड़ने तक पकाएं।  (२-३ मिनट तक )
४-फिर इसमें १ कटोरी पानी डालकर उबाल आने तक पकाएं।  
५-इसके बाद  कप मलाई और पनीर का बचा १ भाग १ मिनट के लिए धीमी आंच पर ग्रेवी को पकने दें ।  
एक बाउल में कोफ्ते डाल लें और उसके ऊपर ग्रेवी डाल दीजिये।  
आप नर्गिसी कोफ्ते को पुलाव ,चपाती ,नान या बिरयानी के साथ सर्व करें।  

अन्य रेसिपी :











गुरुवार, 13 मई 2021

paneer butter masala recipe

पनीर बटर मसाला रेसिपी 
यह पनीर बटर मसाला रेसिपी एक टमाटर, मक्खन और काजू सॉस (मखनी ग्रेवी के रूप में जाना जाता है) में पनीर (पनीर) का एक स्वादिष्ट  और मलाईदार व्यंजन है। बटर पनीर या बटर पनीर मसाला या पनीर मखनी जैसे कई नामों से पुकारा जाने वाला यह व्यंजन सबसे लोकप्रिय भारतीय पनीर डिश है। जाहिर तौर पर यह इतना लोकप्रिय है कि इसे कई भारतीय होटल  में परोसा जाता है।
सामग्री :-
250 ग्राम पनीर 
१ चुटकी तंदूरी कलर 
१/२ कप खोया 
३ प्याज पीसेस में कटे हुए 
४- ५ काली लहसुन की 
१ टुकड़ा अदरक का 
 हरीमिर्च बारीक़ कटी हुई 
३ टमाटर बारीक़ पीससे में कटे हुए 
१ टुकड़ा तेजपत्ते का
 १ छोटी इलाइची 
१/२ बड़ी इलाइची 
१ टुकड़ा दालचीनी 
२ लौंग 
१/४ टी/स जीरा 
२-३ कालीमिर्च साबुत 
२ चम्मच खसखस आधा कप पानी में आधे  लिए भिगो के दें 
१ टीस्पून टोमेटो सॉस 
१ कप से थोड़ा काम दूध २ चम्मच काजू १ करछी देसी घी  या माखन 
१ करछी रिफाइंड आयल 
थोड़ा सा हरा धनिया 


पनीर बटर मसाला बनाने की विधि:
पनीर को चौकोर पीसेस में काटकर तिकोनी शेप में काट ले 
२- फिर एक कटोरी में १ चम्मच पानी में तंदूरी कलर मिलकर पनीर के ऊपर डाल दें और पनीर को अच्छे से मिक्स कर  लें 
३-पनीर को तलने  अंदाज़ से आयल लेना है और केवल आयल गरम होने पर केवल १ मिनट  तलना  है और इसे प्लेट में निकाल लें और इस पनीर के ऊपर दूध दाल दें 
४ - कड़ाई में १ करछी रिफाइंडआयल डालकर सभी खड़े मसाले जैसे तेजपत्ता , बड़ी इलाइची,लौंग, छोटी इलाइची १ मिनट चटकने के बाद इसके ऊपर प्याज डालें  और प्याज को पिंक होने तक पकाएं 
मिक्सी में अदरक, लहसुन, हरीमिर्च, टमाटर ,खसखस ,घोड़े से काजू, जीरा, काली मिर्च ,दालचीनी ,१ टीस्पून नमक,१  लालमिर्च, टीस्पून धनिए पाउडर , १/४ टीस्पून हल्दी, और भुनी हुई प्याज इन सबको एक साथ पीस लें 
५-फेर एक कड़ाई में ोी डालकर इस पुरे पीसे मसाले को डालना है  तक भूनना खाई जब तक मसाला आयल न छोड़ दे 
फिर उसमें टोमेटो सॉस , देसी घी और मक्खन ,काजू, खोया, या २ चमच मलाई , पनीर (दूध को छोड़कर)डालना है और इसे  मिनट  के लिए भुने. 
फिर बचा हुआ दूध और १ को पानी डालन है और ढकन लगाकर डेमी आंच पर  ५ मिनट के लिए बॉईल होने दें 

पनीर बटर मसाला को आप नान परांठा के साथ परोसे | 









बुधवार, 5 मई 2021

dry dhokla recipe | dhokla recipe

ढोकला रेसिपी 
ढोकला एक शाकाहारी गुजरती डिश है जिसे बेसन चावल के बेटर को खमीर करके बनाया जाता है आप ढकला सुबह के नाश्ते में धोपार के खाने में कभी भी खा सकते हो | 

ढोकला बनाने के लिए सामग्री :-
२ कप बेसन 
१/२ कप चावल (१/२ घंटे तक भिगो के रख दें)
२ कली लहसुन की
 १ टुकड़ा अदरक का ,
१ हरीमिर्च 
बेसन से लेकर हरीमिर्च तक सभी सामग्री को मिक्सी में पीस लें.,| 
१/४ टी स्पून हल्दी 
२ t/sरिफाइंड आयल 
१ t/sस चीनी 
१ कप दही 
एक बाउल में बेसन चावल पेस्ट, हल्दी,चीनी,गरम तेल ,दही  इन सबको मिक्स करके  गुनगुना पानी दाल दें 
१ कप से थोड़ा ज्यादा डालें दें और ढकन लगाकर किसी गरम स्थान पर रख दें 
बनाते समय १/४ टी/स खाने का सोडा 
               या 
१/४ t/s  eno पाउडर  और १/२ टी /स नमक इन सबको मिक्स करके अचे से फैंट लें कुकर में एक गिलास पानी डालकर दाल दें और कुकर में कोई मटके की रिंग या ढकन रख  दें एल्युमीनियम के बर्तन को तेल से ग्रीस केर लें और सारा मिश्रण इस बर्तन में पलट लें और इस एल्युमीनियम के बर्तन को रिंग के ऊपर रख दें हुए इसे २० मिनट कुकर में बिना विसिल के पकाएं और इसे २० मिनट बाद नीचे उतारकर ५ मिनट के लिए ठंडा होने के लिए छोड़ दें |



तड़के के लिए सामग्री :-
२ चम्मच रिफाइंड आयल 
१/४ t/s राई 
१ चुटकी हींग 
थोड़े से कड़ी पती 
१/४ t/s से थोड़ा काम लाल मिर्च १/४ टी/स से थोड़ा हल्दी 
१/४ t/s से थोड़ा धनिया 

अब एक पैन में रिफाइंड आयल गरम करें और उसमें राई, हींग, कड़ी पत्ता डालकर चटकने दें|  उसने बाद यह तड़का ढोकले के ऊपर दाल दें|  तैयार है ढोकला|  इसे आप चटनी के साथ सर्वे केर सकते है| 

अन्य रेसिपी 
 



शनिवार, 1 मई 2021

10 best immunity booster food

१०  खाद्य पदार्थ आपकी प्राकृतिक प्रतिरक्षा बढ़ाने के लिए / 
प्रतिरक्षा बढ़ाने के लिए भोजन:
 शरीर की प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया का प्रत्येक चरण कई सूक्ष्म पोषक तत्वों की उपस्थिति पर निर्भर करता है। प्रतिरक्षा कोशिकाओं के विकास और कार्य के लिए महत्वपूर्ण के रूप में पहचाने जाने वाले पोषक तत्वों के उदाहरणों में विटामिन सी, विटामिन डी, जस्ता, सेलेनियम, लोहा और प्रोटीन (अमीनो एसिड ग्लूटामाइन सहित) शामिल हैं। वे विभिन्न प्रकार के खाद्य पदार्थों में पाए जाते हैं। अच्छी गुणवत्ता वाले आहार का सेवन करने से इन पोषक तत्वों की कमी को रोका जा सकता है।
1. खट्टे फल

ठंड लगने के बाद ज्यादातर लोग विटामिन सी की ओर रुख करते हैं। ऐसा इसलिए है क्योंकि यह आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली को बनाने में मदद करता है। विटामिन सी को सफेद रक्त कोशिकाओं के उत्पादन को बढ़ाने के लिए माना जाता है। ये संक्रमण से लड़ने में मदद करते है।
और सबसे लोकप्रिय खट्टे फल जैसे:
संतरे
नींबू
खट्टे फल 


जैसा कि आपका शरीर इसका उत्पादन या भंडारण नहीं करता है, आपको अपने स्वास्थ्य के लिए दैनिक विटामिन सी की आवश्यकता होती है। लगभग सभी खट्टे फल विटामिन सी में उच्च होते हैं, जिसमें से चुनने के लिए इस तरह की विविधता के साथ, किसी भी भोजन में इस विटामिन का एक निचोड़ जोड़ना आसान है।


2. शिमला मिर्च 

अगर आपको लगता है कि खट्टे फल किसी भी फल या सब्जी का सबसे अधिक विटामिन सी है, तो फिर से सोचें। शिमला मिर्च में साइट्रस के मुकाबले दोगुना विटामिन सी होता है। वे बीटा कैरोटीन का एक समृद्ध स्रोत भी हैं। बीटा कैरोटीन आपकी आंखों और त्वचा को स्वस्थ रखने में मदद करता है। बीटा-कैरोटीन एक शक्तिशाली एंटीऑक्सिडेंट है जो शरीर में रोग से लड़ने वाली कोशिकाओं को बढ़ाकर सूजन को कम कर सकता है और प्रतिरक्षा समारोह को बढ़ा सकता है। उत्कृष्ट स्रोतों में शकरकंद, गाजर, और हरी पत्तेदार सब्जियाँ शामिल हैं।

शिमला मिर्च 



3. ब्रोकली

ब्रोकोली विटामिन और खनिजों के साथ सुपरचार्ज की जाती है। विटामिन ए, सी, और ई के साथ-साथ कई अन्य एंटीऑक्सिडेंट और फाइबर के साथ पैक किया गया, ब्रोकोली सबसे स्वस्थ सब्जियों में से एक है जिसे आप अपनी मेज पर रख सकते हैं।

ब्रॉकली 


4. लहसुन

लहसुन दुनिया में लगभग हर व्यंजन में पाया जाता है। यह भोजन के लिए थोड़ा जिंक जोड़ता है और यह आपके स्वास्थ्य के लिए जरूरी है। प्रारंभिक सभ्यताओं ने संक्रमण से लड़ने में इसके मूल्य को मान्यता दी। लहसुन निम्न रक्तचाप और धमनियों को सख्त करने में मदद कर सकता है। लहसुन की प्रतिरक्षा बढ़ाने वाले गुण सल्फर युक्त यौगिकों जैसे एलिसिन से भारी मात्रा में आते हैं।

लहसुन 



5. अदरक

बीमार होने के बाद अदरक एक और घटक है। अदरक सूजन को कम करने में मदद कर सकता है, जो गले में खराश और अन्य सूजन संबंधी बीमारियों को कम करने में मदद कर सकता है। अदरक मतली को कम करने में भी मदद कर सकता है।
जबकि इसका उपयोग कई मिठाई डेसर्ट में किया जाता है, अदरक कुछ गर्मी को जिंजरोल के रूप में पैक करता है, जो कि कैप्साइसिन का एक रूप  है। अदरक पुराने दर्द को कम करने में मदद कर सकता है और इसमें कोलेस्ट्रॉल कम करने वाले गुण हो सकते हैं।

अदरक 


6. पालक

पालक ने हमारी सूची न केवल इसलिए बनाई क्योंकि यह विटामिन सी से भरपूर है। यह कई एंटीऑक्सिडेंट और बीटा कैरोटीन के साथ भी पैक किया जाता है, जो हमारे प्रतिरक्षा प्रणाली की संक्रमण से लड़ने की क्षमता को बढ़ा सकता है। ब्रोकोली के समान, पालक तब स्वास्थ्यप्रद होता है, जब तक कि इसे कम से कम पकाया जाता है ताकि यह अपने पोषक तत्वों को बरकरार रखे। हालांकि, हल्का खाना पकाने से इसके विटामिन ए में वृद्धि होती है और यह अन्य पोषक तत्वों को ऑक्सालिक एसिड से मुक्त करने की अनुमति देता है।

पालक 


7. दही

 दही बीमारियों से लड़ने में आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली को उत्तेजित कर सकती हैं। उन प्रकारों के बजाय सादे योगर्ट प्राप्त करने का प्रयास करें जो पहले से प्रतिकूल हैं और चीनी के साथ लोड किए गए हैं। आप सीधे स्वस्थ फलों और शहद की एक बूंद के साथ सादे दही को मीठा कर सकते हैं।
दही भी विटामिन डी का एक बड़ा स्रोत हो सकता है, इसलिए विटामिन डी के साथ फोर्टिफाइड ब्रांडों का चयन करने की कोशिश करें। विटामिन डी प्रतिरक्षा प्रणाली को विनियमित करने में मदद करता है और हमारे शरीर की बीमारियों के खिलाफ प्राकृतिक सुरक्षा प्रदान करता है।
दही 


8. बादाम

जब जुकाम से बचाव और लड़ने की बात आती है, तो विटामिन ई विटामिन सी को पीछे ले जाता है। हालांकि, विटामिन ई एक स्वस्थ प्रतिरक्षा प्रणाली की कुंजी है। यह वसा में घुलनशील विटामिन है, जिसका अर्थ है कि वसा की उपस्थिति को ठीक से अवशोषित किया जाना चाहिए। नट्स, जैसे बादाम, विटामिन के साथ पैक किए जाते हैं और  वसा भी होता  हैं। आधा कप , जो लगभग 46 पूरे बादाम है, विटामिन ई की अनुशंसित दैनिक मात्रा का लगभग 100 प्रतिशत प्रदान करता है।
बादाम 


9. हल्दी

आप कई करी में हल्दी को एक महत्वपूर्ण घटक के रूप में जान सकते हैं। लेकिन यह उज्ज्वल पीला, कड़वा मसाला भी पुराने ऑस्टियोआर्थराइटिस और संधिशोथ दोनों के इलाज के रूप में वर्षों से उपयोग किया गया है। इसमें कर्क्यूमिन की उच्च सांद्रता है, जो हल्दी को अपना विशिष्ट रंग देती है, और व्यायाम-प्रेरित मांसपेशियों की क्षति को कम करने में मदद कर सकती है।
हल्दी 


10. हरी चाय

हरी और काली चाय दोनों को फ्लेवोनोइड, एक प्रकार के एंटीऑक्सिडेंट के साथ पैक किया जाता है। हरी चाय वास्तव में epigallocatechin gallate, या EGCG के स्तर में उत्कृष्ट है जो एक और शक्तिशाली एंटीऑक्सिडेंट है। ईजीसीजी को प्रतिरक्षा समारोह को बढ़ाने के लिए दिखाया गया है। किण्वन प्रक्रिया काली चाय ईजीसीजी के बहुत से विनाश करती है। दूसरी ओर, ग्रीन टी को स्टीम्ड किया जाता है और किण्वित नहीं किया जाता है, इसलिए ईजीसीजी को संरक्षित किया जाता है।
ग्रीन टी भी एमिनो एसिड L-theanine का अच्छा स्रोत है। L-theanine आपके टी-कोशिकाओं में रोगाणु-लड़ने वाले यौगिकों के उत्पादन में सहायता कर सकता है
हरी चाय